अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के कारण 12वीं के छात्रों के मुल्यांकन को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी गई थी. सुप्रीम कोर्ट में आज इस बात पर सुनवाई होगी कि CBSE और ICSE समेत राज्य बोर्ड 12वीं के छात्रों की मार्किंग किस आधार पर करेंगे. मार्गिंक को लेकर बोर्ड की ओर से सुप्रीम कोर्ट में प्रक्रिया का ब्योरा रखा जाएगा.
पिछली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है. CBSE और ICSE ने छात्रों को नंबर देने के लिए ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया तय करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट से समय की मांग की थी.
क्या है रिजल्ट का फॉर्मूला
10वीं से 30 फीसदी (टॉप तीन विषय, जिनमें सबसे ज्यादा नंबर आए हों) 11वीं से 30 फीसदी (टॉप तीन विषय, जिनमें सबसे ज्यादा नंबर आए हों)
और 12वीं प्री बोर्ड से 40 फीसदी अंक मिलेंगे.
क्या कहा अटॉर्नी जनरल ने
12वीं में नंबर देने को लेकर सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल ने कहा कि इस तरह की स्थिति पहले कभी नहीं आई. उन्होंने कहा कि सीबीएसई ने 10वीं, 11वीं और 12वीं प्री बोर्ड के रिजल्ट को लिया है.10 वी के 5 विषय में से 3 विषय के सबसे अच्छे मार्क्स लिए जाएंगे.
नतीजे से संतुष्ट नहीं तो कर सकते हैं अपील
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि 12 वीं के रिजल्ट 31 जुलाई तक घोषित कर दिए जाएंगे. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि छात्र अगर अपने नतीजे से संतुष्ट नहीं होंगे तो वो अपील कर सकते हैं.
स्थगित नहीं होगी सुनवाई
इससे पहले जस्टिस एएम खानविलकर और दिनेश माहेश्वरी की पीठ ने 3 जून की सुनवाई के दौरान कहा था कि कई छात्र भारत और विदेशों के कॉलेजों में प्रवेश के लिए ठहरे हुए हैं. ऐसे में दो सप्ताह की समय सीमा में कोई विस्तार नहीं दिया जाएगा.
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